डीà¤à¤µà¥€ कॉलेज के ऑडिटोरियम में कॉलेज के वारà¥à¤·à¤¿à¤• दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ डॉ. आर.à¤à¤¸. शरà¥à¤®à¤¾ मà¥à¤–à¥à¤¯ सचिव, डीà¤à¤µà¥€ (नई दिलà¥à¤²à¥€) उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤
इस मौके पर लोकल समिति के पà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¿à¤¡à¥‡à¤‚ट रिटायरà¥à¤¡ जसà¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ à¤à¤¨.के. सूद, पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· कà¥à¤‚दन लाल अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², लोकल मैनेजमेंट से अरविंद घई, पूरà¥à¤µ डायरेकà¥à¤Ÿà¤° कॉलेजेस डॉ. à¤à¤®.à¤à¤². à¤à¤°à¥€, पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल डॉ. à¤à¤¸.के. अरोड़ा, वाईस पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल पà¥à¤°à¥‹ विजय सरीन, पà¥à¤°à¥‹ टी.डी. सैनी, रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤° पà¥à¤°à¥‹. अरà¥à¤£ मेहरा, सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ सलाहकार समिति के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पà¥à¤°à¥‹. कमलदीप, डॉ मनॠसूद, सà¥à¤Ÿà¤¾à¤« सेकà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‹. शरद मनोचा पबà¥à¤²à¤¿à¤• रिलेशंस अफसर पà¥à¤°à¥‹. मनीष खनà¥à¤¨à¤¾ ने मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।
इस दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह में 1144 छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ और छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं को डिगà¥à¤°à¥€ दी गई, जिसमें से 500 के करीब कॉमरà¥à¤¸ गà¥à¤°à¥‡à¤œà¥à¤à¤Ÿ थे और पोसà¥à¤Ÿ गà¥à¤°à¥‡à¤œà¥à¤à¤Ÿ थे। मà¥à¤–à¥à¤¯ मेहमान डॉ. आर.à¤à¤¸. शरà¥à¤®à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कॉलेज के शताबà¥à¤¦à¥€ वरà¥à¤· को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ 'सेंटेनरी सेमिनार हॉल' का उदà¥à¤§à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ à¤à¥€ किया। समारोह का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठडॉ. शरà¥à¤®à¤¾, पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल डॉ. अरोड़ा, सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ मैनेजिंग कमेटी के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· तथा मौजूद अनà¥à¤¯ गणमानà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¨ से हà¥à¤†à¥¤ इस मौके पर पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल डॉ. à¤à¤¸.के. अरोड़ा ने आठहà¥à¤ सà¤à¥€ गणमानà¥à¤¯ अतिथियों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि डॉ. आर.à¤à¤¸. शरà¥à¤®à¤¾ का इस दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह का मà¥à¤–à¥à¤¯ मेहमान के रूप में आना हमारे लिठअतà¥à¤¯à¤‚त सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ की बात है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने डॉ. आर.à¤à¤¸. शरà¥à¤®à¤¾ के बारे में बताते हà¥à¤ कहा कि डॉ. शरà¥à¤®à¤¾ डीà¤à¤µà¥€ मैनेजिंग कमेटी, नई दिलà¥à¤²à¥€ के जनरल सेकà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¤°à¥€ हैं। इसके इलावा वो कॉलेज के à¤à¥‚तपूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल à¤à¥€ रह चà¥à¤•े हैं। इनकी पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ के कारण ही आज यह कॉलेज पूरे à¤à¤¾à¤°à¤¤ में अपनी उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ के लिठजाना जाता है।
इस दौरान मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ डॉ. आर.à¤à¤¸. शरà¥à¤®à¤¾ ने विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को संबोधित करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शà¥à¤à¤•ामनाà¤à¤‚ दीं। "उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आप सब अपनी कड़ी मेहनत से डिगà¥à¤°à¥€ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने में सकà¥à¤·à¤® रहे हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि इससे पहले à¤à¥€ कई सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह में जाने का अवसर मिला है लेकिन डीà¤à¤µà¥€ कॉलेज की शताबà¥à¤¦à¥€ के समय दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह में जाने के मायने कà¥à¤› अलग ही हैं। डॉ. शरà¥à¤®à¤¾ ने आगे अपनी बात को जारी रखते हà¥à¤ कहा कि à¤à¤• शताबà¥à¤¦à¥€ में लाखों विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ यहां से निकले हैं। इन विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने गत 100 वरà¥à¤· के दरमियान जीवन के किसी न किसी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में जाकर अपना योगदान दिया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आज à¤à¥€ जो विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ इस कॉलेज पढ़कर गठहैं उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने जीवन नई बà¥à¤²à¤‚दियों को छà¥à¤† है।"
इस दौरान कंपà¥à¤¯à¥‚टर विà¤à¤¾à¤— की पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डॉ. कंवलजीत कौर को à¤à¥€ उनके शोध और पीà¤à¤šà¤¡à¥€ की डिगà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होने पर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ गया। इस अवसर पर मंच का संचालन पà¥à¤°à¥‹. शरद मनोचा दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया और वोट ऑफ थैंकà¥à¤¸ पà¥à¤°à¥‹. à¤à¤¸. à¤à¤¸. रंधावा दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। अंत में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान से समारोह का समापन हà¥à¤†à¥¤
इस दौरान विशेष रूप से आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ सिंगापà¥à¤° से कॉलेज के अलमà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ आर.के गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल रविंदर शरà¥à¤®à¤¾, à¤à¤¸.पी सहदेव, पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल मनोज अरोड़ा (डेवीà¤à¤Ÿ) पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल सी.à¤à¤² कोछड़, पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल अजय सरीन, पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल नवजोत कौर, पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल डॉ. à¤.à¤à¤² सांगल, पà¥à¤°à¤¿à¤‚सिपल राज कà¥à¤®à¤¾à¤° सहगल और कॉलेज का समूह टीचिंग तथा नॉन टीचिंग सà¥à¤Ÿà¤¾à¤«à¤¼ à¤à¥€ इस समारोह में शामिल था।