डी ए वी कॉलेग जालंधर के प्रोफेसर डॉ बलविंदर सिंह चंडीगढ़ साहित्य अकादमी और पंजाब यूनिवर्सिटी द्वारा अयोजिय दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में बने विषय विशेषज्ञ
डी ए वी कॉलेग जालंधर के प्रोफेसर डॉ बलविंदर सिंह ने चंडीगढ़ साहित्य अकादमी और पंजाब यूनिवर्सिटी द्वारा अयोजिय दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में विषय विशेषज्ञ के रूप में भाग लिया।यह आयोजन आई सी एस एस आर हाल , पंजाब यूनिवर्सिटी में हुआ।
इस कॉन्फ्रेंस के मुख्य अतिथि सरबजीत सिंह (फाइनेंस सेक्रेटरी चंडीगढ़ अकेडमी) गुलज़ार संधू (प्रेजिडेंट , सहित्य अकादमी ) एवं माधव कौशिक (वाईस प्रेजिडेंट साहित्य अकादमी) थे।
डॉ अशोक कुमार चेयरमैन हिंदी विभाग और डॉ संजय कौशिक , डायरेक्टर आई सी एस एस आर भी मौजूद थे ।
“सृजनात्मक लेखन और समकालीन हिन्दी कविता एवं कहानी “विषय पर आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में डॉ बलविंदर ने ‘रचना प्रक्रिया और काव्य रचना “पर प्रतिभागियों को टिप्स दिए । उन्होंने आधुनिक संचार माधमयो का प्रयोग करते हुए प्रतिभागियों को क्रिएटिविटी बारीकियों से अवगत करवाया।उन्होंने बताया रचंत्मक्ब्भशा में इकहरापन नहीं होता। कविता के अर्थ शब्दों के बीच मौजूद विरामों और अंतरालों में से वाईब्रैट होते है। रचनाकार अपनी प्रतिभा के बल पर नित-नया रचने के लिए प्रयास करता है। अच्छी रचना करने के लिए संवेदना और शिल्प से सम्बंधित “चयन” अति महत्वपूर्ण है।