डी ए वी में कॉलेज के ऑडिटोरियम में कॉलेज के वार्षिक दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यातिथि भारत में अमरीकी राजदूत महामान्य श्री रिचर्ड राहुल वर्मा बतौर मुख्य मेहमान उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनदंन लोकल समिति के प्रेजिडेंट श्री कुंदन लाल अग्रवाल, प्रिंसिपल डॉ बी बी शर्मा, वाईस प्रिंसिपल प्रो पी के कपूर, वाईस प्रिंसिपल प्रो पी के शर्मा, रजिस्ट्रार डॉ रवि मनुजा, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ किरंजित रंधावा,स्थानीय सलाहकार समिति के सदस्यों , स्टाफ सेक्रेटरी डॉ संजीव धवन, जॉइंट स्टाफ सेक्रेटरी प्रो मनीष खन्ना और समूह स्टाफ मेंबर्स नें किया।
महामान्य श्री राहुल वर्मा जी का कॉलेज परिसर में हर्षोउल्लास और उत्साह के साथ ज़ोरदार आगमन हुआ, जिसके बाद श्री वर्मा ने कहा कि कॉलेज पहुंचकर उन्हें अच्छा लगा, उसके उपरांत श्री वर्मा का स्वागत प्रिंसिपल ऑफिस में हुआ। उपहार स्वरुप श्री वर्मा को 1948 में उनके पिता जी के दाखिला पत्र पर उन्हीं के हस्ताक्षर की प्रतिलिपि स्मृति के रूप में उन्हें भेंट की गई। श्री रिचर्ड राहुल वर्मा नें आगंतुक रजिस्टर पर अपने हस्ताक्षर किये और उस कमरे (कमरा नंबर 15) के स्मृति पत्थर का अनावरण भी किया जहाँ उनके पिता श्री के डी वर्मा पढ़ा करते थे।
इसके बाद दीक्षांत समारोह के लिए महामान्य श्री वर्मा कॉलेज ऑडिटोरियम में पहुंचे, जहाँ कॉलेज के टीचिंग स्टाफ के परिचय के बाद उनका खड़े होकर उत्साह पूर्ण स्वागत किया गया।
समारोह का शुभारंभ ज्योति प्रज्वलन की पवित्र रस्म और डी ए वी गान से किया गया। अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रिंसिपल डॉ शर्मा नें कहा विश्व् के प्रख्यात और विलक्षण शख्सियत महामान्य श्री राहुल वर्मा को अपने बीच पाकर सम्पूर्ण डी ए वी परिवार गौरवमय महसूस कर रहा है। प्रिंसिपल शर्मा नें श्री वर्मा को बहुत ही समर्पित प्रतिबद्ध मेहनती व्यक्ति कहा,उन्होनें कहा की श्री वर्मा के आने से दोनों देशो में शिक्षा के रिश्तों में मज़बूती आएगी।
महामान्य श्री रिचर्ड वर्मा नें 919 छात्रों को डिग्री वितरित की और नवोदित स्नातकों और पोस्ट स्नातकों को बधाई दी
अपने दीक्षांत भाषण में मुख्यातिथि महामान्य श्री रिचर्ड वर्मा नें कहा कि भारत देश के उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान में आकर मैं गौरवंतीत महसूस कर रहा हुँ और इस शिक्षण संस्थान के समग्र विकास से बेहद खुश हूँ।छात्रो को आह्वान करते हुए श्री रिचर्ड वर्मा नें कहा की छात्र नवाचार, क्षमताओं और उद्यमशीलता की भावना के माध्यम से देश निर्माण की परिक्रिया का भाग बनें। श्री वर्मा नें नेतृत्व परिवर्तन पर ज़ोर देते हुए कहा इस से दोनों देशो में आर्थिक, समाजिक और राजनीतिक संबंधों में मज़बूती आएगी। श्री वर्मा नें नैतिक शिक्षा पर ज़ोर देते हुए कहा, नैतिकता के बिना इंसान का अस्तित्व नहीं है किसी भी व्यक्ति में नैतिक मूल्यों का होना ही धर्म है, नैतिक मूल्यों के अनुरूप आचरण ही उसे चरित्रवान बनाता है| दूसरे शब्दों में नैतिक मूल्यों का पालन ही सदाचार है| आप जहाँ भी जाये, कितनी भी तरक्की करें हमेशा अपने घर अपने देश को याद रखें, परिवार और माता- पिता द्वारा दी गई शिक्षाओं को याद रखें, सफलता हमेशा आपके कदम चूमेगी।श्री वर्मा नें स्टूडेंट्स को कहा की वह मेहनत करते रहें, मेहनत के बल पर आप ग्लोबल स्तर पर कुछ कर सकते हो। उन्होनें कहा की विश्व् स्तर पर कुछ करनें के लिए दोनों देशों को एकजुट होकर आगे आना चाहिए।इसके बाद श्री वर्मा नें डिग्री धारकों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए उन्हें आशीर्वाद दिया।
इसके पूर्व कॉलेज की गतिविधियों और उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए प्रिंसिपल शर्मा नें कहा, कि कॉलेज नें समाज में सामाजिक- आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डी ए वी कॉलेज देश के विभिन्न कॉलेजों के बीच एक अग्रणी संस्था है। कॉलेज का लचीला और समझने में आसान उच्च गुणवत्ता शिक्षण और अनुसंधान विविध व्यक्तियों और समाज की धारा की जरूरतों को पूरा करता है।
महामान्य मुख्य अतिथि श्री वर्मा को प्रेजिडेंट लोकल समिति श्री कुंदन लाल अग्रवाल और प्रिंसिपल डॉ बी बी शर्मा द्वारा कृतज्ञता और सम्मान की निशानी के रूप में स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया गया।
डॉ रवि मनुजा, डॉ समीर शर्मा, डॉ राजवंत कौर को भी उनकी पी एच डी की डिग्री के लिए सम्मानित किया गया।
कॉलेज के ई एम ए विभाग की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया गया, प्रो रीना द्वारा गए गीत “दमादम मस्त कलंदर, अली दा पहला नंबर” नें महौल को खुशनुमा बना दिया।
मंच का संचालन प्रो शरद मनोचा नें किया।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद प्रस्ताव स्टाफ सेक्रेटरी डॉ संजीव धवन नें पारित किया।
विशेष रूप से आमंत्रित प्रिंसिपल रविंदर शर्मा, श्री एस पी सहदेव, श्री के डी भंडारी मेयर सुनील ज्योति, प्रिंसिपल रेखा कालिया,प्रिंसिपल सी एल कोछड़ श्री अजय गोस्वामी, प्रिंसिपल डॉ ए एल सांगल, प्रिंसिपल राज कुमार सहगल और कॉलेज का समूह स्टाफ भी इस समारोह में शामिल था।